UP Farmer ID News 2025: उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के हित में एक बड़ा निर्णय लिया है। अब प्रदेश में बिना किसान आईडी (Farmer ID) के किसानों को सब्सिडी वाली खाद (Subsidized Fertilizer) नहीं मिलेगी।
यह कदम डिजिटल खेती (Digital Agriculture) और खाद वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए उठाया गया है।
क्यों जरूरी की गई Farmer ID?
यूपी सरकार के मुताबिक, खाद और बीज पर दी जाने वाली सब्सिडी का लाभ केवल असली किसानों तक पहुंचाना जरूरी है।
पिछले कुछ वर्षों में फर्जी रजिस्ट्रेशन और गलत लाभार्थियों द्वारा सब्सिडी लेने के मामले सामने आए थे।
इसी वजह से अब राज्य में UP Farmer ID Mandatory Rule लागू किया गया है।
इस आईडी के ज़रिए सरकार किसान की पहचान को उसके भूमि रिकॉर्ड, बैंक खाता और आधार नंबर से जोड़ सकेगी,
जिससे खाद वितरण और सब्सिडी में पारदर्शिता बनी रहे।
यूपी में Farmer ID कैसे बनाएं (Online Apply Process)
अगर आप यूपी के किसान हैं तो अपनी किसान आईडी बनवाना अब अनिवार्य है।
यह प्रक्रिया UP Kisan Registration Portal के माध्यम से पूरी की जा सकती है।
🔗 Official Website:
🧾 जरूरी दस्तावेज:
- आधार कार्ड
- भूमि का खसरा या खतौनी
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- सक्रिय मोबाइल नंबर
✅ आवेदन प्रक्रिया:
- upfr.agristack.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
- “किसान पंजीकरण” विकल्प चुनें।
- मांगी गई जानकारी भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- सबमिट करने के बाद आपको एक Unique Farmer ID प्राप्त होगी।
इस आईडी को खाद वितरण केंद्र या सहकारी समिति पर दिखाना आवश्यक होगा।
बिना Farmer ID के नहीं मिलेगी खाद
राज्य सरकार ने निर्देश जारी किए हैं कि बिना किसान आईडी के कोई भी किसान सब्सिडी वाली खाद नहीं ले सकेगा।
यह नियम फिलहाल जिलेवार चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है।
अब जब भी किसान यूरिया, डीएपी, एनपीके या अन्य खाद खरीदने जाएंगे,
उन्हें अपनी Farmer ID या Kisan Registration Number दिखाना होगा।
सरकार का उद्देश्य – Digital Farming और पारदर्शिता
सरकार के इस फैसले के पीछे तीन बड़े उद्देश्य हैं:
- फर्जी रजिस्ट्रेशन पर रोक – ताकि सब्सिडी सही किसानों को मिले।
- डिजिटल किसान डेटाबेस बनाना – जिससे भविष्य की सरकारी योजनाओं का लाभ डायरेक्ट अकाउंट में भेजा जा सके।
- खाद वितरण पर निगरानी – ताकि बिचौलियों और फर्जी विक्रेताओं पर रोक लगाई जा सके।
यह कदम AgriStack Digital Agriculture Mission 2025 का हिस्सा है, जो भारत को Smart Farming System की दिशा में आगे बढ़ा रहा है।
किसानों के लिए जरूरी सलाह
- जिन किसानों की Farmer ID अभी नहीं बनी है, वे जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन कराएं।
- खाद लेने से पहले अपनी आईडी की स्थिति Active है या नहीं, यह जांचें।
- गलत जानकारी भरने पर आवेदन अस्वीकार हो सकता है।
- जिन किसानों के पास इंटरनेट सुविधा नहीं है, वे अपने नजदीकी CSC केंद्र में जाकर आवेदन कर सकते हैं।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश में किसान आईडी (Farmer ID) अब अनिवार्य की जा रही है ताकि खाद और अन्य कृषि-संबंधी सब्सिडी का लाभ केवल वास्तविक किसानों तक पहुंचे।
अगर आप यूपी के किसान हैं तो जल्द से जल्द upfr.agristack.gov.in पर जाकर अपनी Farmer ID बनाएं,
ताकि खाद वितरण या सरकारी योजना में कोई बाधा न आए।
Disclaimer (अस्वीकरण)
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य के लिए लिखा गया है।
इसमें दी गई जानकारी विभिन्न सरकारी पोर्टलों, समाचार स्रोतों और कृषि विशेषज्ञों के बयानों पर आधारित है।
नीतियों में समय-समय पर बदलाव संभव है, इसलिए पाठकों से अनुरोध है कि किसी भी आवेदन या निर्णय से पहले
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या स्थानीय कृषि अधिकारी से सत्यापन अवश्य करें।
इस वेबसाइट या लेखक का किसी सरकारी संस्था से प्रत्यक्ष संबंध नहीं है।