रॉबर्ट्सगंज में किसानों ने खाद की कालाबाजारी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस और सामाजिक संगठनों ने जिला मुख्यालय पर धरना देकर ज्ञापन सौंपा। जानिए पूरी खबर।
सोनभद्र (Robertsganj) में किसानों का गुस्सा आखिरकार सड़कों पर फूट पड़ा। खेती के सीजन में खाद की किल्लत और कालाबाजारी (fertilizer black marketing) ने उन्हें परेशान कर दिया है। इसी मुद्दे को लेकर किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया और कांग्रेस समेत कई सामाजिक संगठनों ने आंदोलन को समर्थन देते हुए जिला मुख्यालय पर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
किसानों की परेशानी और खाद संकट
किसानों का कहना है कि उन्हें समय पर आवश्यक खाद जैसे DAP और यूरिया उपलब्ध नहीं हो पा रही है। सरकारी गोदाम और अधिकृत दुकानों पर अक्सर खाद खत्म बताई जाती है, लेकिन वही खाद खुले बाजार में महंगे दामों पर बेची जाती है। इस वजह से छोटे और सीमांत किसानों को अपनी फसल बचाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। खेती की लागत बढ़ने से उनकी आर्थिक स्थिति और भी खराब हो रही है।
सामाजिक संगठनों और कांग्रेस का धरना
किसानों की समस्याओं को देखते हुए कांग्रेस और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी आगे आकर आवाज उठाई। रॉबर्ट्सगंज तहसील मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं और किसानों ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया। धरना स्थल पर नारेबाजी हुई और इसके बाद जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में प्रशासन से मांग की गई कि जल्द से जल्द खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाई जाए, वरना आंदोलन को और भी बड़ा रूप दिया जाएगा।
जिलाधिकारी का आश्वासन
जिलाधिकारी ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि खाद आपूर्ति की कड़ी निगरानी की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। हालांकि किसानों का कहना है कि केवल आश्वासन से उनका काम नहीं चलेगा। जब तक जमीनी स्तर पर सुधार दिखाई नहीं देगा, वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे।